Indicators on वशीकरण मंत्र किसे चाहिए You Should Know
Indicators on वशीकरण मंत्र किसे चाहिए You Should Know
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इस तरह की साधना भी वही काम करती है. ये साधक में एक आकर्षण या फिर चुम्बकीय प्रभाव पैदा करती है जिसकी वजह से कोई भी उनके आकर्षण से बच नहीं पाता है.
सफलता: वशीकरण मंत्र आपको सफलता की ओर आग्रह करने में मदद कर सकता है। यह आपकी सोच, सामर्थ्य, और विश्वास को सुधारकर आपको अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में मदद कर सकता है। यदि आप अपने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, तो वशीकरण मंत्र आपकी मदद कर सकता हैवशीकरण मंत्रों के प्रकार
करियर में उन्नति और सहयोगियों का समर्थन पाने के लिए।
विधि: मंगलवार के दिन सबेरे हनुमान मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करें। फिर उपर्युक्त मन्त्र को सवा लाख जपकर सिद्ध करें। इसके पश्चात् मस्तक पर चन्दन का तिलक लगाकर वहाँ से इसी मन्त्र का जप करते हुए इच्छित स्त्री या पुरुष के पास जाएं। इस क्रिया से वह आपके वश में हो जाएगा/हो जाएगी। अमुक के स्थान पर उसका नाम अवश्य लें। (और पढ़ें; हनुमान सिद्ध शाबर मंत्र
हां, यदि सही विधि और इरादे के साथ किया जाए तो यह प्रभावी हो सकता है।
इसमें विभिन्न यंत्र, तंत्र, और ताबीज का उपयोग किया जाता है.
यह मंत्र देवी कामाख्या की शक्ति का आह्वान करता है, ताकि किसी खास व्यक्ति को अपनी ओर आकर्षित किया जा सके।
माता अंजनी का हनुमान। मैं मनाऊं तू कहना मान। पूजा दें, सिन्दूर चढ़ाऊं ‘अमुक’ को रिझाऊं और उसको पाऊँ। यह click here टीका तेरी शान का। वह आवे, मैं जब लगाऊं। नहीं आवे तो राजा राम की दुहाई। मेरा काम कर नहीं आवे तो अंजनी की सेज पड़।
यह मंत्र धन और संपत्ति को बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है। इसके उच्चारण से, आप धन, संपत्ति, और आर्थिक सफलता की प्राप्ति में मदद कर सकते हैं।
इसे आप एक व्यक्ति, एक ग्रुप या समुदाय विशेष तक सिमित कर सकते है.
कभी भी अमावस, ग्रहण या किसी भी बुरे महूर्त के समय नहीं मिलना चाहिए.
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ॐ नमो अरिहताणं। अरे अरिणी मोहिनी। ‘अमुकी’ मोहय मोहय स्वाहा।
वशीकरण मंत्रों के नामित्व पर भी विभिन्न मत हैं। कुछ लोग उन्हें प्राकृतिक और वैज्ञानिक शक्तियों का एक रूप मानते हैं और इनका उपयोग सावधानीपूर्वक करते हैं। वे इन मंत्रों को सिद्ध करने के विभिन्न विधानों और प्रयोगों का पालन करते हैं। दूसरे लोग इन मंत्रों को अंधविश्वास और मिथ्या मानते हैं और इनका उपयोग अनैतिक और अन्यायसंगत समझते हैं।